रोहित शेट्टी ने अपनी नई सिंघम अगेन मे अवेंजर्स मूवी के जेसे ही कोप यूनिवर्स को बनाने की अच्छी कोशिश की लेकिन वो हॉलिवुड जैसा मसाला देने मे नाकामयाब रहे ,लेकिन कोशिश अच्छी थी ये कहना गलत नहीं होगा, सिंगम अगेन 1 नवंबर 2024 से सिनेमा घरों मे चल रही है ;
सिंघम अगेन, कहानी कुछ इस प्रकार है,
सिंघम अगेन , की कहानी कश्मीर से शुरू होती है जहां बाजीराव सिंघम ने आतंकवाद का नामोनिशान मिटा दिया है फिल्म बताती है कि सिंघम की फोर्स में मिलिटेंट बन चुके युवाओ को रिफॉर्म करके उन्हें भी फोर्स का हिस्सा बनाया है कश्मीर टूरिज्म के इस विज्ञापन के बीच ही सिंघम पर अटैक होता है लेकिन सिंघम न सिर्फ अटैक से बचता है बल्कि हमलावर को ढूंढ भी लेता है और जो कोई और नहीं उमर हाफिज (जैकी श्रॉफ) है।
यह समझ नहीं आता कि कौन सा फैक्ट ज्यादा चौंकाने वाला है इस उम्र में जैकी श्रॉफ को न्यू राइडर के जेसे बाइक राइड करते देखना या फिर पिछली कॉप यूनिवर्स फिल्मों में भयानक माने जाने वाले किरदार का शुरू में ही अरेस्ट हो जाना ,
उमर ने सिंघम को बताया है कि कोई है जो उसे भी खतरनाक है और वह आ रहा है इतना पता है कि वह तमिलनाडु से आएगा अब तक मिनिस्टर बने रवि किशन भी है दिख चुके हैं और एक देशभर में आतंक को काउंटर करने के लिए एक नया स्क्वाड बन चुका है जिसका नाम है शिव स्क्वाड इस स्क्वाड में हर इलाके के सिंघम ऑफिसर हैं ,ओर तमिलनाडु से आने वाले खतरे को हैंडल करने की जिम्मेदारी दी जाती है लेडी सिंघम (दीपिका) और शक्ति को उसे एक छोटी कामयाबी मिलती है लेकिन बड़ी नाकामयाबी
यहां पहली बार आपको मिलेंगे (डेंजर लंका) अर्जुन कपूर नजर आता है वह शक्ति शेट्टी के पुलिस स्टेशन में घुसकर 15 पुलिस वालों को मार डालता है हालांकि जिस तरह वह इस कांड को अंजाम देता है उससे आपको साउथ की कई फिल्में याद आएंगे शक्ति शेट्टी अपने थाने पर यह हमला इसलिए नहीं रोक पाती क्योंकि उसका फोन नहीं लग रहा था,
इसे भी पढ़ें :-
किरदार हीरोइजम तो दिखते हैं मगर उनके लिए हेरोइजम दिखाने का मौका उनकी ही किसी निहायत बेवकूफ आना गलती बनता है किसी का फोन ना लगा कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन जिस तरह के हीरो रोहित कोप यूनिवर्स के यह किरदार हैं क्या उन्हें ऐसा करना शोभा देता है?
यहां से जो समस्या थी वो शुरू होती है वह आपको लगातार दिखती रहेगी , टेलर में आपने देखा ही होगा कि डेंजर लंका सिंघम की पत्नी (अवनी) करीना कपूर को अगवा करके ले जाता है दरअसल अपनी एक प्रोजेक्ट रामायण पर काम कर रही है जिसकी कुछ फुटेज डिलीट हो गई है और इन्हें दोबारा शूट करने वह खुद कैमरा लेकर फील्ड में है खतरे को देखते हुए उनके साथ पुलिस ऑफिसर की है लेकिन अवनी ने चाय मंगई पुलिस वाला लेने गया और इधर अवनी का किडनैप हो गया | डेंजर लंका की इस हरकत को सिंघम का ट्रेन क्या हुआ एक और ऑफिसर (सत्य) टाइगर श्रॉफ भी रोकने की कोशिश करता है सत्य की फाइट वगैरा किसी भी आम पुलिस वाले की तरह नहीं है क्योंकि वह कलरीपट्टु मास्टर है वह जीस आश्रम में बड़ा हुआ है वह इस जंगल में है इसी रास्ते डेंजर लंका अवनी को लेकर जा रहा है सत्य भी एक बार कामयाब होता है लेकिन फिर उसके आश्रम पर डेंजर लंका खुद अटैक कर देता है और कलरीपट्टु मास्टर को इतना बेसिक नहीं पता कि घर के पिछले गेट से भी गुंडे आ सकते हैं अवनी घायल भी हो जाती है और लंका उसे फिर लेकर चल देता है सत्य का भी काम तमाम होने ही वाला होता है कि तभी सिंघम सर आ जाते हैं जो थोड़ी ही देर पहले हेलीकॉप्टर से उस जगह पहुंचे थे जहां पर सत्य ने अवनी को बचाया था उन्हें पता भी लगा था कि अपनी अब सत्य के आश्रम पर हैं लेकिन वह हेलीकॉप्टर से सिधा आश्रम नहीं पहुंचे यही सब गलतियां तो सिंघम सर को इंसान बनाती है वरना रोहित शेट्टी ने तो उनको इस फिल्म मे देवता बना ही दिया था
पहले हाफ तक लग रहा था कि सिंघम अगेन शायद सच में पिछली फिल्मों से बेहतर होने वाली है लेकिन ऐसा बात में जो कुछ होता है वह पूरे नेरेटिव की स्पीड स्लो करता चला जाता है सेकंड हाफ शुरू होते ही कहानी में कॉप यूनिवर्स के पुराने खिलाड़ियों (सिंबा) रणवीर सिंह और (सूर्यवंशी) अक्षय कुमार का जिक्र आना शुरू होता है और फिर सिंबा को स्क्रीन प्ले में जिस तरह छोड़ दिया गया है वह एक हद के बाद इरिटेटिंग होने लग जाता है
डेंजर लंका अपना बदला लेने के लिए सिंघम की पत्नी को श्रीलंका लेकर चला जाता है और अब फिल्मी संविधान तो यही कहता है कि सिंघम को अपने पूरे दलबल के साथ श्रीलंका जाकर अपनी पत्नी को छुड़ाना चाहिए और इतना तो आप ट्रेलर में ही देख चुकी होगी कि होना भी यही है दिलचस्प बात यह है कि ट्रेलर में आपने जो कुछ देखा है फिल्म में वही सबसे एक्साइटिंग सा भी है वरना फाइट सीक्वेंस और स्टंट तो सिर्फ यह दिखाने के लिए है कि इंसानी दिमाग बिना लॉजिक के कितनी दूरी तक जा सकता है इस दूरी को दूसरे छोर पर अक्षय कुमार भी आ जाते हैं
सिंघम अगेन सिर्फ अजय देवगन के लीड हीरो के अंदर मोमेंट्स डिलीवर करती है बाकी किरदारों के फैंस को भी फिल्म में बहुत कुछ एक्साइटिंग नहीं मिलने वाला रोहित शेट्टी ने सिंघम अगेन को रामायण की कहानी की तरह दिखाने की कोशिश तो की है लेकिन वह पूरी तरह काम नहीं कर पाया किसी भी जगह में अजय के साथ कोई दूसरा स्टार है तो वह रामायण के किसी सीन के साथ इंटरकनेक्ट जरूर किया गया है पूरी फिल्म में होता रहता है और सच कहा जाए तो यही सब फिल्म का पूरा फ्लो खराब करता चला जाता है
रोहित शेतति ने कई एक्शन सीक्वेंसए डिजाइन किया मगर उन्हें यह काम किसी कहानी के साथ करना चाहिए बिना किसी ओरिजिनल आइडिया के पूरा मामला बहुत ज्यादा खराब लगता है अजय देवगन की एक्टिंग तो हमेशा स ही शानदार रही है और इसलिए बह भी वह ऐसा ही करते हैं उनकी एक्टिंग जोरदार सच कहा जाए तो सिंघम के बाकी के फ़्रेंचईजी के हिसाब से उनकी सबसे दमदार परफॉर्मेंस सिंघम अगेन में है
बाकी सभी एक्टर्स करीना, हो या दीपिका या रणवीर सिंह सब बस अपने डैरेकटोर के सोच पर खरा करने के लिए दम लगाते नजर आते वक्त फिल्म का कॉन्सेप्ट ही इतना बेकार हो जाता है कि इंटरवल के बाद यह फिल्म बोरिंग बोरिंग से लगने लगती है स्क्रीन पर इतना कुछ घट रहा है, धमाके हो रहे हैं, गाड़ी ऊढ़ रही है लोग स्टंट कर रहे हैं लेकिन आप बस सोच रहे हैं कि यह सब क्यों दिखाई जा रहा है इसे दिखाने की क्या वजह है आप खामोश बिना किसी रिएक्शन के इसको देख भी सकता है
सही कहा गया है की मसाला फिल्मों में लॉजिक नहीं खोजा जाना चाहिए मगर एक मसाला फिल्म को अपने खुद में थोड़ा इंटेलीजेंट दिखने की कोशिश तो करनी ही चाहिए सिंघम अगेन एक ग्रैंड फिल्म बनाने की कोशिश में बहुत सारी चीजों को जोड़कर उन्हें ठीक तरीके से दिखाने ने में विफल रही है
रणवीर सिंह, अक्षय कुमा,र अजय देवगन ,स्टार इन सब के फैंस के लिए भी बहुत कम ही मजेदार मोमेंट है और मजे की बात तो यह है की सिंघम अगेन में सलमान खान का केमयों उनके अब तक के सभी कैमियो पर सबसे खराब केमयों है
सिंघम अगेन ट्रेलर यह देखें -youtube.com
रोहित शेट्टी के डायरेक्शन में बनी सिंघम अगेन उनकी फिल्म सिंघम का तीसरा पार्ट है. इसके पहले दो पार्ट पहले ही हिट हैं. जबकि इस फिल्म को 350 से 375 करोड़ के बजट में बनाया गया है. वहीं 1900 से ज्यादा स्क्रीन के साथ वर्ल्डवाइड फिल्म रिलीज हुई है